ॐ वेदमाता गायत्री ॐ
-
गायत्री महामंत्र
ॐ भूर्भुव स्वः। तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गो
देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात् ॥
हिन्दी में भावार्थ
उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ,
तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा
को हम अन्तःकरण में धारण करें। वह परमात्मा
हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।
- Tag:
-
Vauta questa immagine:
-
Attualmente 5.0/5 stelle.
-
1
-
2
-
3
-
4
-
5
1 Voto.